बिल्डर को थी अपार्टमेंट में करंट आने की जानकारी:एक्शन किसी ने नहीं लिया; नतीजा- 13 साल के बच्चे की जान चली गई
The builder was aware of the current in the apartment: no one took action; Result- 13 year old child lost his life

जबलपुर के कौशल्या एग्जोटिका अपार्टमेंट में 13 साल के ऋषित पटेल की मौत के बाद से पेरेंट्स घबराए हुए हैं। बच्चे भी गार्डन और कैंपस में जाने से डर रहे हैं। ऋषित की मौत मंदिर में फैले करंट की वजह से हुई है। सोमवार रात उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
अपार्टमेंट में रहने वाले प्रदीप तिवारी का कहना है कि गार्डन और मंदिर में आ रहे करंट की समस्या नई नहीं है। 21 जून की रात (ऋषित के साथ हादसा होने से 3 दिन पहले) अंदेशा होने पर जब उन्होंने खुद टेस्टर से पोल चेक किया तो उसमें तेज करंट था। बिल्डर और सदस्यों को जानकारी भी दी थी। कुछ नहीं हुआ। नतीजतन एक मासूम की करंट से मौत हो गई।
अपार्टमेंट को बिल्डर महेश केमतानी ने बनवाया है। अपार्टमेंट में 187 परिवार रहते हैं। बड़ों की हालत भी बच्चों जैसी है, वे लोहे का कुछ भी सामान छूने से डर रहे हैं। विजय नगर थाने में पदस्थ ASI ने बताया कि घटना को लेकर सभी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। केस की गंभीरता से जांच की जा रही है। बिल्डर महेश केमतानी से भी पूछताछ की जाएगी।
माता – पिता बेटे की साइकिल और सामान देखकर रो देते हैं
2015 में बने चार मंजिला इस अपार्टमेंट के B-1 ब्लॉक में ऋषित अपने माता – पिता और छोटे भाई के साथ रहता था। माता – पिता बेटे की साइकिल और दूसरी चीजों को देखकर रो देते हैं। पिता आशीष आंखों में आंसू लिए उस स्थान पहुंचे, जहां ऋषित ने अपने जूते और साइकिल छोड़ी थी। हमने उनसे बात करने की कोशिश की, पर वह इस स्थिति में नहीं थे कि हमसे बात कर सकें।
माता – पिता बेटे की साइकिल और सामान देखकर रो देते हैं
2015 में बने चार मंजिला इस अपार्टमेंट के B-1 ब्लॉक में ऋषित अपने माता – पिता और छोटे भाई के साथ रहता था। माता – पिता बेटे की साइकिल और दूसरी चीजों को देखकर रो देते हैं। पिता आशीष आंखों में आंसू लिए उस स्थान पहुंचे, जहां ऋषित ने अपने जूते और साइकिल छोड़ी थी। हमने उनसे बात करने की कोशिश की, पर वह इस स्थिति में नहीं थे कि हमसे बात कर सकें।
बिल्डर को शिकायत की, आश्वासन देने के बाद कहा- हमारी जिम्मेदारी खत्म
शहर के विजयनगर स्थित कौशल्या एग्जोटिका में एक फ्लैट 50 से 60 लाख रुपए का है। यहां रहने वाले लोगों से हर महीने 700 रुपए मेंटनेंस चार्ज भी लिया जाता है। घटना के बाद से लोगों में गुस्सा है। सोसाइटी में रहने वाले राजू टोली ने बताया कि इससे पहले भी गार्डन और मंदिर में करंट आया था। तब पूरी बिजली काट दी थी।
उन्होंने बताया कि करंट आने की जानकारी बिल्डर महेश केमतानी को जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया, पर हुआ कुछ नहीं। इसी साल 30 जून को बिल्डर ने सोसाइटी से हाथ खींचते हुए यह कह दिया कि अब हमारी जिम्मेदारी खत्म हो गई है। बिल्डर ने इसके बाद सोसाइटी से सुरक्षा गार्ड हटा दिया। बिजली का बिल, जो करीब 30 से 35 हजार रुपए था, जमा नहीं किया।
जबलपुर शहर की कौशल्या एक्जोटिका अपार्टमेंट के मंदिर में फैले करंट ने 13 साल के किशोर की जान ले ली। घटना सोमवार शाम की है। मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।