Share Market Today

Share Market News:जाने आज शेयर मार्केट से जुड़े कुछ खास बाते

Share Market :रूस और यूक्रेन के बीच का संघर्ष व्यापार पर असर डाल रहा है। इसी कारण अंतराष्ट्रीय कच्चा तेल भी महंगा हो रहा है। व्यापार क्षेत्र से जुड़ी और भी तमाम गतिविधियां हुईं। ऐसे में दिनभर की हाइलाइट्स नीचे पढ़ें।

Share Market :आगे भी अस्थिर रह सकता है FPI प्रवाह-

कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी रिसर्च (रिटेल) के प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, “फरवरी 2022 महीने में उभरते बाजारों में FPI प्रवाह भारत को छोड़कर सकारात्मक था।

इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड में क्रमशः 1,220 मिलियन अमरीकी डालर, 141 मिलियन अमरीकी डालर, 418 मिलियन अमरीकी डालर और 1,931 मिलियन अमरीकी डालर का एफपीआई निवेश आया।” उन्होंने कहा कि फिलहाल आगे भी एफपीआई प्रवाह अस्थिर रहने की आशंका है।

FPIs बहिर्वाह के आंकड़े
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, FPIs ने 2 से 4 मार्च के बीच इक्विटी से 14,721 करोड़ रुपये, डेट सेगमेंट से 2,808 करोड़ रुपये और हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट्स से 9 करोड़ रुपये निकाले। इससे कुल शुद्ध बहिर्वाह 17,537 करोड़ रुपये हो गया।

मार्च में FPIs ने भारतीय बाजारों से निकाले 17537 करोड़ रुपये-

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने मार्च के केवल तीन कारोबारी सत्रों में भारतीय बाजारों से 17,537 करोड़ रुपये निकाले क्योंकि निवेशकों की धारणा रूस-यूक्रेन संघर्ष और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से उत्पन्न अनिश्चितता से प्रभावित हुई है।

क्यों टल सकता है LIC IPO?

IPO के लिए अभी के मार्केट सेंटीमेंट्स सही नहीं
रिसर्च-इक्विटीमास्टर की सह-प्रमुख तनुश्री बनर्जी ने कहा कि विशेष रूप से यूक्रेन-रूस युद्ध के मद्देनजर बाजार के कमजोर सेंटीमेंट्स आईपीओ के लिए निराशाजनक हैं। ऐसे में आईपीओ के स्थगित होने की संभावना है।

टल सकता है LIC IPO
आशिका ग्रुप के रिटेल इक्विटी रिसर्च के प्रमुख अरिजीत मालाकार ने कहा, “मौजूदा बाजार की अस्थिरता एलआईसी आईपीओ के लिए अनुकूल नहीं है और सरकार इस मुद्दे को अगले वित्त वर्ष के लिए टाल सकती है।”

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