मध्य्प्रदेश के किसानो को मिली राहत गेहू खरीदी रजिस्ट्रेशन फिर से खोला गया

मध्य्प्रदेश के किसानो को मिली राहत गेहू खरीदी रजिस्ट्रेशन फिर से खोला गया :- मध्यप्रदेश सरकार ने बाजार को सपोर्ट करने के लिए भी उठाये बड़े कदम, जहां कीमतें नीचे गिर गई हैं, जिससे देख कर किसानो में अशांति फैल गई है। पहले रजिस्ट्रेशन की समय सीमा 28 फरवरी थी, परन्तु उसे बढ़ाकर 5 मार्च कर दिया गया था। एक आधिकारि आदेश में कहा गया है, अचानक बेमौसम बारिश के कारण रजिस्ट्रेशन 22-24 मार्च से फिर से खोल दी जायगी जिस से किसान गेहू का रजिस्ट्रेशन कर सकते है |

मध्यप्रदेश सरकार ने मंगलवार से 22-24 मार्च से आधिकारि खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन को फिर से खोलने का फैसला किया है ।जिससे राज्य में बारिश के कारण गेहूं की फसल को भारी नुकसान की जानकारी दी थी। जिससे उन किसानों को मदद मिलेगी, जो रजिस्ट्रेशन कर ने से चूक गए थे । उन्हें आधिकारिक खरीद चैनलों के जरिए 2125 रुपये प्रति क्विंटल के पहले ही गेहूं बेचने का एक और मौका मिलेगा।
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मध्यप्रदेश सरकार ने यह बड़े कदम को उस बाजार को सपोर्ट करने के लिए भी उठाया है, जहां कीमतें (MSP ) से नीचे गिर गई हैं, जिससे किसानों में अशांति फैल गई है। पहले रजिस्ट्रेशन की समय सीमा 28 फरवरी थी,परन्तु उसे बढ़ाकर 5 मार्च कर दिया गया था।

सरकार ने आदेश में कहा “हालांकि, अचानक बेमौसम बारिश के कारण रजिस्ट्रेशन को 22-24 मार्च से फिर से खोल दिया जा रहा है ।”
मध्य प्रदेश सरकार उन राज्यों में शामिल है, जहा हाल ही में बेमौसम बारिश के कारण गेहूं, चना और सरसों की खड़ी फसलों का भारी नुकसान हुआ है।
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मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के नीमच, मंदसौर, रतलाम, खरगोन, दतिया, सतना और विदिशा जिलों में कुछ दिनों पहले शुरू हुई बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। पिछले साल, राज्य ने पहले लगभग आठ मिलियन टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा था, जबकि असल खरीदी लगभग 4.6 मिलियन टन की हुई थी।

आखिर क्यों हुई कीमत कम
कीमत कम करने के लिए अपने स्टॉक से लगभग पांच मिलियन टन गेहूं को निकालने का कारण( केंद्र के फैसले के कारण तीन महीने से भी कम समय ) में मध्य प्रदेश के कई बाजारों में गेहूं की कीमतें लगभग 4 महीने से भी कम समय में लगभग 3200 रुपए प्रति क्विंटल से 2125 रुपये प्रति क्विंटल के ( MSP ) से नीचे गिर गया है
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‘ नहीं हुआ खड़ी फसलों को ज्यादा नुकसान’
एक तरफ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, हाल में हुई बारिश और ओलावृष्टि का रबी की खड़ी फसलों पर बहुत ज्यादा असर नहीं पढ़ा है। परन्तु , कृषि और किसान कल्याण मंत्री जी का कहना है कि केंद्र को अभी राज्य सरकारों की ओर से जमीन की जानकारी मिलना बाकी है।
नरेंद्र सिंह तोमर ने एक कार्यक्रम से अलग (PTI ) से कहा, “शुरुआती आकलन के मुताबिक, रबी की फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है।” उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य सरकारें अभी भी खड़ी फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर रही हैं। आकलन कर ने के बाद निर्णय सुनाया जाये गा
मंत्री जी का कहना है कि फसल सर्वे कराने के बाद किसानों को तत्काल राहत देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड का इस्तेमाल कर सकती हैं। मंत्री जी ने कहा कि केंद्र सरकार ज्ञापन सौंपने के बाद नेशल डिजास्टर रिलीफ फंड से और ज्यादा फंड दे सकती है
रबी की प्रमुख फसल
रबी की प्रमुख फसल गेहू की फसल है और कुछ राज्यों में इसकी कटाई चालू है। रबी की दूसरे फसलों में सरसों और चना भी शामिल हैं। किसी कारण बीते तीन दिन से देश के कई हिस्सों में बेसमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं चल रही है जिस से किसान बहुत परसान है और किसानो की समस्या को देख कर सरकार के इस फैसले से किसान बहुत खुस है
एम पी मंडी भाव :-https://www.mpmandibhav.com/kisan-karj-mafi-yojna-2023-3/